जिन्दगी
प्रस्तुत है मेरी पसंद के एक गीत का एक चुभता - सा पैराग्राफ :
जो दिल को तसल्ली दे , वो साज उठा लाओ
दम घुटने से पहले ही , आवाज़ उठा लाओ
परछाइयां रह जातीं , रह जाती निशानी है
जिन्दगी और कुछ भी नहीं , तेरी मेरी कहानी है ।
इक प्यार का नगमा है , मौजों की रवानी है
जिन्दगी और कुछ भी नहीं , तेरी मेरी कहानी है ।
----- सावित्री
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